Kailash Choudhary

Kailash Choudhary - An Introduction

Kailash Taga Ram Choudhary, Current Minister of State for Agriculture and Farmer’s Welfare in second Modi ministry was Born in 20sep 1973 to father Taga Ram and mother Chuki Devi. Educated from Nagpur University. He was a former member of the Rajasthan Legislative Assembly representing the Baytu Vidhan Sabha constituency of Rajasthan. He is a Bharatiya Janata Party member. On 31 May 2019, Choudhary became Minister of State for Agriculture and Farmers Welfare. On, 9 August 2020, he gave the news of being COVID-19 positive through Twitter

बाड़मेर-जैसलमेर के सम्मानित नागरिक बंधुओं, देश के कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री, जन-जन के प्रिय, राजनीति में समर्पण, सुचिता और जन सेवा की स्वर्णिम मिसाल, बाड़मेर-जैसलमेर से लोकसभा सांसद श्री कैलाश चौधरी की आधिकारिक वेबसाइट पर

आपका आत्मीय स्वागत है !

जिस दिन से चला हूँ मेरी मंज़िल पे नज़र है। 

सेवाभाव, सादगी और संजीदगी के पर्याय कैलाश चौधरी का राजनीतिक जीवन संघर्षमय रहा है। किशोरावस्था से आरएसएस से जुड़ाव व छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले कैलाश चौधरी 2013 में पहली बार बायतु से विधायक बने। वर्ष 2019 में उन्हें लोकसभा क्षेत्र बाड़मेर-जैसलमेर से भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा का टिकट मिला इस चुनाव में उन्होंने जन आशीर्वाद से विराट विजय प्राप्त की और केंद्रीय मंत्रिमंडल में अपना स्थान “कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री” के रूप में प्राप्त किया

राजनीतिक जीवन

संघर्षों के साये मे इतिहास हमारा पलता है…!

कैलाश चौधरी का सादगी पूर्ण जीवन राजनीतिक में संघर्षपूर्ण रहा। जन आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए तथा जनता के हक़ों के लिए उन्होंने कठोर कदम उठाये इसमें विधानसभा घेराव भी शामिल है। विधानसभा घेराव के दौरान उन्होंने पुलिस के डंडे खाए, कई मुकदमों में जेल भी गए। 

कैलाश चौधरी ने बालोतरा में समदड़ी रोड स्थित पुराने वार्ड सं. 19 से 1999 में पार्षद का चुनाव लड़ा, पर विजय से उन्हें दुरी मिली और हार का सामना करना पड़ा। फिर वर्ष 2004 में वे जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुए। करीब 15 वर्ष के राजनीतिक संघर्ष के बाद वर्ष 2006 में कवास बाढ़ पीडितों को न्याय दिलाने के लिए ज्ञापन देते हुए तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से विभिन्न मांगों को लेकर उलझे।

   हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है
      जिस तरफ़ भी निकलेंगे रास्ते बना लेंगे। 

   

अब तक कैलाश चौधरी ने तीन विधानसभा चुनाव लड़े। 2008 में पहला विधानसभा चुनाव बायतु से लड़े और 36418 वोट से हार के साथ जनता का फैसला स्वीकार किया।  वर्ष 2013 में बायतु से कैलाश 13974 वोट से विजित होकर प्रदेश की विधानसभा में पहुँचे। 2018 में फिर बायतु से विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन त्रिकोणीय मुकाबले में 18311 वोटों से हार के साथ जन फैसला स्वीकार करना पड़ा। 2019 में भारतीय जनता पार्टी की टिकट से बाड़मेर-जैसलमेर सीट से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा 3 लाख 23 हजार 808 वोटों का विराट जन आशीर्वाद प्राप्त कर लोकसभा में पहुँचे। इस विराट जन आशीर्वाद से मोदी सरकार ने विश्वास जताते हुए मंत्रिमंडल में शामिल कर उन्हें कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री बना

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